आदिकाल से सबलोग को ,पसंद है फैशन।
प्रभाव सारे लोग पर, जमाये है फैशन ।।
ढंग से रहना सिखाता, लोग को फैशन ।
तरतीब मानव जिन्दगी का ,बन गया फैशन।।
यह आधुनिक केवल नहीं , प्राचीन है फैशन।
हर काल का पहचान का ,दर्पण है ये फैशन।।
हरेक युग का अपना , पहचान है फैशन ।
एहसास उनके युग का ,करता है ये फशन ।।
आधुनिक दुनियाँ का समझें, प्राण है फैशन।
निष्प्राण ही समझे ,जिसे भाता हीं फैशन ।।
संसकृति का जागता , तकदीर है फैशन ।
अब तो देश के बिकास का,तस्बीर है फैशन।।
गुणवत्ता देखता कोई नहीं, हावी सब पे है फैशन।
बना दिया सब को दीवाना , आज है फैशन ।।