मेरे पिताजी स्व. सच्चिदानंद सिन्हा जी द्वारा लिखित दो काव्य-संग्रहों ” दिल के दर्पण में” एवं ” मधुर यादें जिंदगी की” का लोकार्पण दिनांक 6.1.2021 को डॉ अनिल सुलभ, माननीय अध्यक्ष, बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन, पटना के कर-कमलों से सम्पन्न हुआ। डॉ शिववंश पांडेय, माननीय प्रधानमंत्री, बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन एवं अन्य माननीय साहित्यकारों की गरिमामय उपस्थिति में यह कार्यक्रम बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के कदमकुआं, पटना स्थित सभागार में संपन्न हुआ।
कोरोना महामारी के चलते ही मेरे बाबूजी अपने रहते इन पुस्तकों का लोकार्पण नहीं करवा सके थे, और फिर दुर्भाग्यवश इसी महामारी ने विगत 24 दिसंबर, 2020 को उन्हें हम सब से सदा के लिए अलग कर दिया, छीन लिया।
आप सब का हार्दिक आभार एवं प्रणाम, जो किसी न किसी रूप में मेरे बाबूजी के जीवन से जुड़े थे, और कभी न कभी उनकी खुशी का कारण बने थे!
आपका
राकेश कुमार
श्रेष्ठ हिंदी रचनाकार सच्चिदानंद जी को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि 🙏🏼🌷ईश्वर उनकी आत्मा को प्रसन्नता व शांति प्रदान करे 🙏🏼
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