यह पुष्प का माला बताओ, मैं किसे अर्पित करूॅ?
किसके गले में डाल पहले,धन्य अपने को करूॅ??
आजादी के दीवाने को,जो जिन्दगी कुर्वाण कर दी।
सुख -चैन अपनी जिंदगीका,उनपे जो बलिदान करदी।
जिन्दगी जिसने जिया हो, स्वयं के खातिर नहीं ।
सर्वस्व न्यौछावर किया , अपने लिये रखा नहीं ।।
याकि फिर उनके गले में ,पुष्प का माला सजा दूॅ?
राजसुख में ऐश करने में भिड़े, उनको पन्हा दूॅ??
देशका प्रधान बन बनकर ,जो जगत का भ्रमण करते?
हसरत जो उनके दिल का था, उनको सदा हैं पूर्णकरते??
जो फिक्र उनको चाहिए,वे फिक्र तो करते नहीं ।
बात मीठी हैं बनाते , पूर्ण पर करते नहीं ।।
ख्वाब तो हरदम दिखाते , वादों का अम्बार करते ।
पूरा न करते हैं कभी , पूछें अगर जुमला बताते ।।
उनके गले में डाल माला , फूलों का सम्मान कर दूॅ ?
या देश खातिर लड़ रहे ,उन सैन्य का सम्मान कर दूॅ??
वैज्ञानिकों ने जो दिया है, विश्व को कुछ खोज कर।
कर जिंदगी कुर्वाण अपनी ,पर दिया है खोजकर ।।
उनके गले में डाल माला , कर्ज से उऋण कर लूॅ।
या गाॅधी -गौतम बुद्ध जैसों ,का जरासा ध्यान करलूॅ।।
थोड़ा बता दो सोंचकर , मैं करूॅ तो क्या करूॅ?
किसके गले में डाल माला ,सम्मान से उनको भरूॅ??