बहुत कमलोग ऐसे हैं,जो खुशियां बांटते रहते।
गमों को स्वयं पी लेते , जाहिर तक नहीं करते।।
संख्या कम बहुत होती , ऐसे लोग जो हो होते ।
सच्चाई जीवन की , यही कुछ है समझ पाते ।।
महत्व अपनी जिंदगी का , कम बहुत देते ।
समर्पित लोग को अपनी , कर जिंदगी देते।।
पैदा लोग होते यूं , अनेकों रोज दुनिया में।
कितने कम दिखा पाते है कर,आतेजो दुनिया में।।
शकल सूरत से तो सारे ही,लगभग एक ही होते।
थोड़ा सा फर्क बुद्धि में,शकल में फर्क कुछ रहते।।
बुद्धि सब को होती है, दिशा में फर्क होता है ।
जो जिस राहपर चलता , वहीं पर वह पहॅचता है।।
अच्छा बुरा का सोंच तो ,सब में हुआ करता ।
कोई जन्म से ही दुष्टता , लेकर नहीं आता ।।
पर परिवेश का उनपर असर,होता ही होता है।
बहुत अपवाद में होते ,जिनपर कुछ न होता है।।
बहत बिरले ही कुछ होते, विलक्षण जो हुआ करते।
विषम परिस्थितियाॅ उनको ,बिगाड़ा कुछ नहीं करते।।
निपटने को सभी बाधाओं से,उनमें शक्ति निहीत होती।
आती कभी बाधायें , आकर लौट भी जाती ।।
जिनमे हौसला निस्वार्थ हो , परम पावन बड़े होते।
आती कभी बाधायें, नमन कर लौट भी जाते ।।