वही कुछ कर दिखाते हैं.

भरा हो हौसला जिसमें, वही कुछ कर दिखाते हैं।

जो वे चाहते करना , किये बिन दम न लेते हैं ।।

दुनियां में बढ़े जितने , सभी वैसे ही बढ़ते हैं ।

जो वे चाहते करना प्रथम, खाका खींच लेते हैं।।

कदम जब वे बढ़ा देते ,तो फिर रुक नहीं पाते।

अवरोधक आये पर उनसे,वे डिग नहीं पाते ।।

नहीं भागे अगर ड़र कर, तो उसका सामना करते।

उनके हौसला का सामना , कोई कर नहीं पाते ।।

ये जीवट चीज ही ऐसी ,जो सबकुछ करा देती ।

असम्भव जो लगा करता,उसे सम्भव करा देती।।

जो जीवट से भरे होते, प्रभावी वे बड़े होते ।

उनकी कृतियों के सामने , मस्तक सब झुका लेते।।

वे जो चाहते करना , उसे सब मान भी लेते ।

मानते ही नहीं केवल , अनुयायी बन जातै ।।

ऐसे युग -पुरुष दुनिया में, विरले चले आते ।

अपना कर्म पूरा कर , पुनः वापस चले जाते ।।

रह जाती बची दुनिया में, सिर्फ उनकी कृतियां ।

विखेरती अनवरत रहती है, अपनी रश्मियां ।।

उसी आलोक में दुनियां , बढ़ती चली जाती ।

दिखाये गये पथों पर अनवरत,चलती चली जाती।।

अनुकरणीयगुणों काअनुकरण , कुछ लोग कर लेते ।

अपनी जिन्दगी पर एक अमिट ,वे छाप ले लेते ।।