होती बड़ी है चीज किस्मत , मानना पड़ जायेगा।
घटनाएं घट कुछ मानने को, मजबूर भी कर जाएगा।।
जिसको असंभव मानते, संभव कभी हो जायेगा ।
दुर्लभ जिसे हो मानते , पर वह सुलभ हो जायेगा।।
अनायास ही कोई सहारा, आपको मिल जायेगा।
किश्ती रही हो डूबती जो ,खतरे से वह बच जायेगा।।
इत्तेफाक कहते आप जिसको,किस्मत का ही तो नाम है।
स्वप्न कहते आप जिसको, यह तो जिंदगी के ही समान है।।
घटनाएं घटती जो कभी, जिन्दगी में आपकी ।
देती बदल स्वरूप पूरा, जिन्दगी की आपकी।।
जोकुछ पडा हो सामने , दिख ही नहीं पाता कभी।
दिल में पड़ी थी बात जो ,, भूल जाते सब वही ।।
बीत जाता जब समय , तो याद आती आपको ।
यान ही उड़ चल दिया, टिकट क्या करेगा आपको।।
तडपते कभी हों भूखे प्यासे , भोजन पडा हो सामने।
पड़ता कभी है त्यागना ,जो पड़ा हुआ हो सामने ।।
गई तैर जल में पकी मछली, लोगो से सुनते आ रहे।
है सत्य कितनी यह कहानी ,पर लोग कहते आ रहे।।
अभिलाषायें लेती जन्म दिलों में ,अकेली नहीं अनेकों।
पर पूर्ण उन्हें कर पायेगें वे , हैं जितने उन सबको ??
यहीं खड़ी दिखती है किस्मत, कुछ आगे बढ़ जाते ।
साथ लगन से काम किया जो , वह पीछे भी रह जाते।।