मधुर यादें ज़िन्दगी की

यादें मधुर कुछ ज़िन्दगी की ,दिल से कभी जाती नहीं।

दिल को हंसाती या रुलाती , पर त्याग कर जाती नहीं।।

साथ देती जिन्दगी भर , यह हमें हर हाल में ।

सुख की घड़ी हो या गमों की , देती सुकून हर हाल में।।

मीत सच्चा तूं सबों का ,प्यार का एहसास तूं है ।

जिन्दगी निर्बाध तुमसे , संजीवनी पर्याय तूं है ।।

दे हर पलों में साथ सब का ,और ऐसा कौन होगा?

उलझनो को झट मिटा दे , मीत ऐसा कौन होगा ??

जग में नहीं इन्सान जैसा , यादें मधुर जिनको नहीं?

साथ पल या कुछ पलों का , या यों कहें लम्बा नहीं??

यादें मधुर आनन्द लेती ,कड़वी सताती आज तक ।

आती कभी जब याद कड़वी ,रुला देती आज तक ।।

यादें मधुर रस घोलती है , जिन्दगी जाती सुधर ।

जो लोग करते रसास्वाद़न, अनुभूति होती है मधुर।।

यादें मधुर बरदान होती , रस मधुर देती सदा ।

आनन्द भरती ज़िन्दगी में ,नवशक्ति भरती है सदा।।

नीरस न होती जिंदगी ,उत्साह नव भरती सदा ।

दुख भी अगर आता कभी , भागता उससे सदा ।।

रस न हो जिस जिन्दगी मै, जिंदगी बैकार होती ।

रस से भरी हो जिन्दगी, वह जिन्दगी साकार हौती।।

जिन्दगी की मधुर यादै , जिंदगी खुशहाल करती।

आनन्द ही आनन्द करती , जिन्दगी में रंग भरती।।

संबल सही यह ज़िन्दगी की, कोई अन्य ऐसा है कहां ?

खोजकर थक जायेंगे , पर पायेंगे ऐसा कहां ??