आइए रूक कर तनिक, विश्राम कीजिए ।
पग थक चुके होंगे बहुत, आराम कीजिए ।।
जिसने भी दी ये जिन्दगी , पग दो -दो दे दिये ।
जाना है क्यूंकि दूर तक , ये ध्यान दीजिये ।।
थक जायेंगे ज्यादा अगर , आगे नहीं बढ़ पायेगे।
विश्राम कर, तन-मन तनिक, रिचार्ज कीजिए ।।
करना अभी तय आप को, है लम्बा बड़ा सफर ।
दम बीच में टूटे नहीं, ख्याल कीजिए ।।
चलना है जिन्दगी अगर, रुकना ही मौत है ।
विश्राम कुछ पलों का, बस कर ही लीजिए ।।
जाईये चलते चले, जीवन के इस सफर में ।
विश्राम-चिर, अंतिम घड़ी को, मान लीजिए ।।
दुनियाँ में सारे लोग हैं , बस आप की तरह ।
मुसाफिर उन्हें चलता हुआ, ही मान लीजिए ।।
आईए रुक कर तनिक, विश्राम कीजिए ।
पग थक चुके होगेंं बहुत, आराम कीजिए ।।