कर लो फूलों से दोस्ती, काँटों से कर लो यारी ।
सब का महत्व है अलग अलग,सब की हो खातिरदारी।।
जीवन पथ पर चलना है तो,कैसे क्या-क्या करना होगा।
मित्र बनेगा कौन कभी , सबसे मिल कर रहना होगा ।।
समय बदलता है रहता , हालात बदलते रहते हैं ।
साथ समय के एक नहीं , सब बात बदलते रहते हैं ।।
जो शुभचिंतक थे कभी आप के, मुँह मोड़ आज वे बैठे हैं।
मिलते रहते थे गले -गले जो, अलग-थलग हो बैठे हैं ।।
तैयार सदा जो थे रहते , चुपचाप अलग हो बैठे हैं ।
समझ नहीं कुछ आता है , नाराज हुए क्यों बैठे हैं ।।
सम्मान करो तिनके का भी, बेकार नहीं कुछ बनी यहाँ ।
जिसने संसार रचाया है , हर चीज रचा है वही यहाँ ।।
जो रचा है सब उपयोगी हैं , हर कण-कण का उपयोग यहाँ ।
मत सोच कभी अपने मन में, बेकार पडी कोई चीज यहाँ।।
बेकार अभी जो समझ रहे , पर कभी जरुरत पड़ जाती।
समय कभी आता उसका , अनमोल चीज है बन जाती ।।
समय किसी का कब आ जाये ,नही जानता कोई कभी ।
जो सदा उपेक्षित रहता था, पर उसे खोजते आज सभी ।।
प्रकृति ने जो चीज बनाई है, ब्यर्थ नहीं वह हो सकती ।
अनभिज्ञ हों हम उनके गुण से, ये कमी है हम में हो सकती।।
ऐसी भी आफत आ जाती, जीवन पर संकट छा जाती ।
तब वही उपेक्षित संजीवन,नव-जीवन उनको दे जाती ।।
तब भाव उसी का बढ़ता है , इतिहास नया वह गढ़ता है।
जो सुना नहीं मानव अब तक, वह नई कहानी कहता है।।
सब सम्मान करे सब का , सब चीज सबों को प्यारी ।
सब लोग लगे अपना सबको , ऐसे हों सब संसारी ।।