खुदा ये सच है अगर, दुनिया तुम्हीं बनाये हो .
हर एक कण में, रहते तुम्हीं समाये हो ..
फिर रहे गम क्यों, दुनिया में, दुनिया वालों .
रहते तुम पल-पल जो, बन हमारे साये हो ..
क्या जरूरत है हमें,जान खुद जलाये क्यों .
रहे जो साथ सदा, खुद हमारे पालक हो ..
क्यों करूँ शोक भला, क्यों करूँ गिला-शिकवा .
तेरा रचा है सब, सब तुम्हीं कराते हो ..
नाचते हम हैं सभी, बस तेरे इशारे पर .
सूत्र तो हाथ तेरे, जो चाहते, कराते हो..
खुद ये सच है अगर, दुनिया तुम्हीं बनाये हो .
हर एक कण में, रहते तुम्हीं समाये हो ..