आज कितना सस्ता, इन्सान हो गया.
उससे भी सस्ता, उसका ईमान हो गया..
इतना लोभी,लालची,बेइमान हो गया.
कि अपनों और अपने आप से,परेशान हो गया..
आज कितना सस्ता, इन्सान हो गया.
उससे भी सस्ता, उसका ईमान हो गया..
इतना लोभी,लालची,बेइमान हो गया.
कि अपनों और अपने आप से,परेशान हो गया..