मैं, सच्चिदानंद सिन्हा, जीवन के ७1 बसंत देख चुका हूँ। मेरा जन्म बिहार राज्य के पटना जिला अंतर्गत सिमरा ग्राम में हुआ। पेशे से ठेकेदार रहा हूँ तथा भवन निर्माण आदि कार्यों से जुड़ा रहा हूँ। कुछ लिखने की इच्छा बचपन से ही थी, पर जिंदगी की जद्दोजहद में ऐसा उलझा रहा कि लेखन की अपनी इच्छाओं को मूर्त रूप नहीं दे पाया। परन्तु अब विगत कुछ वर्षों से कविता लेखन की अपनी इच्छा को पूरा कर पा रहा हूँ। कोशिश करता हूँ अपने जीवन के अनुभवों तथा अपनी संवेदनाओं को कविता का रूप दे सकूँ। अपने इस प्रयास में काफी राहत एवं आनंद अनुभव करता हूँ।
अपनी कुछ कविताओं को मैं इस ब्लॉग पर प्रकाशित कर रहा हूँ तथा आगे भी करता रहूँगा। आशा है आप सब को पसंद आएगी।